यह दिन है अभियान का भारत माता के मान का। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
क्यों मरते हो यारो सनम के लिए, ना देगी दुपट्टा कफ़न के लिए, मरना है तो मरो ‘वतन’ के लिए, ‘तिरंगा’ तो मिले कफन के लिए।
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें, शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर लें, जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे, देश भक्तों के खून की वो धारा याद कर लें। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे देश भक्ति ना हो और वो मौत ही क्या जो तिरंगे में ना लिपटी हो। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
आओ झुक कर सलाम करे उनको, जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है, खुश नसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है।
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूं, यहां की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूं, मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की, तिरंगा हो कफन मेरा, बस यही अरमान रखता हूं।